Agnipath Scheme 2025 में बड़ा बदलाव
मिली जानकारी के मुताबिक, जैसलमेर में आज से सेना कमांडरों का सम्मेलन (Army Commanders Conference 2025) शुरू हुआ है। इस सम्मेलन में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो रही है, जिनमें से एक प्रमुख एजेंडा Agniveer Permanent Job Update 2025 है। पहले जहां 100 में से केवल 25 अग्निवीरों को स्थायी रूप से रखा जाता था, अब यह संख्या बढ़कर 75 तक पहुंच सकती है।
Agniveer Recruitment 2025: क्यों जरूरी है यह बदलाव
Agniveer Bharti 2025 का पहला बैच अगले साल अपना 4 साल का कार्यकाल पूरा करेगा। सेना चाहती है कि जो अग्निवीर प्रशिक्षित हो चुके हैं, उन्हें स्थायी तौर पर शामिल किया जाए। यह न केवल Indian Defence Forces के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि युवाओं को भी स्थिर करियर का भरोसा देगा।
इस फैसले से लाखों युवाओं में सेना के प्रति विश्वास और उत्साह और बढ़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम Agniveer Yojana 2025 की लोकप्रियता को और बढ़ा देगा।
Army Commanders Conference 2025 के मुख्य मुद्दे
- तीनों सेनाओं — Indian Army, Navy और Air Force — के बीच बेहतर coordination और joint training
- Mission Sudarshan Chakra की समीक्षा और सुधार
- Agniveer Permanent Job Proposal 2025 पर अंतिम फैसला
- सैनिकों के कल्याण और प्रमोशन नीति में बदलाव
- Defence Modernization और संसाधन प्रबंधन पर विचार
Ex-Servicemen के लिए नए अवसर
Agniveer Scheme 2025 के साथ-साथ सेना अब पूर्व सैनिकों (Ex-Servicemen) के लिए भी नई भूमिकाओं पर विचार कर रही है। फिलहाल वे Army Welfare Education Society और ECHS Clinics में सीमित भूमिकाओं में कार्यरत हैं। अब उन्हें अधिक क्षेत्रों में योगदान देने का मौका दिया जा सकता है, जिससे Indian Defence Sector को अनुभवी जनशक्ति का लाभ मिलेगा।
Defence Preparedness और Modernization
सेना कमांडर इस सम्मेलन में Operational Readiness की भी समीक्षा कर रहे हैं — जिसमें क्षतिग्रस्त उपकरणों की मरम्मत, आपातकालीन खरीद, और Ammunition Storage की स्थिति शामिल है। यह बैठक भारतीय सेना की रणनीतिक क्षमता को और मजबूत बनाएगी।
निष्कर्ष: युवाओं के लिए सुनहरा मौका
अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है, तो यह Agniveer Recruitment 2025 को नया मोड़ देगा। अब 75% अग्निवीरों को स्थायी नौकरी मिलने से लाखों युवाओं का सपना सच होगा। यह बदलाव न सिर्फ सेना को मजबूत करेगा, बल्कि देश की युवा शक्ति को भी नई दिशा देगा।
